मित्रो में भारत की गन्दी राजनीती और राजकरण के बारे में कुछ कहना चाहता हु। हमारे देश में राजनीती और राजकरण को लेकर आज-कल बहोत चर्सा और मिडिया में बहोत डिबेट होती रहेती है। आज-भारत का हर राजनेता अपनी गन्दी राजनीती लेकर अपनी-अपनी पार्टी और अपने-अपने काम को लेकर अपनी तारीफ और ईमानदारी का सर्टिफिकेट लेकर बड़ी बड़ी सभा करते है। और दूसरी पार्टी के नेता के ऊपर उंगली उठाते है और केहते है की मेने वो काम कीया मेने वो काम किया। लेकिन उसे ये पता नहीं है की वो जो चिट पर बैठा है वो चिट उन्हें काम करने के लिए ही दी गयी है। अरे गधा तूने कोई एहसान नहीं किया नेता बनकर तू जो काम की अपनी तारीफ करता है वो काम करने के लिए तो तुजे चुना है । ये तो तेरा काम है। जनता के पैसे से मौज करने वाला गधा तूने कोई काम अच्छा नहीं किया । पहले तो तू ये नहीं जनता की जनताने तुजे अहि काम करने के लिए तुजे चुना है । पहले खुद अपनी जिम्मेदारी को समज फिर अपनी तारीफ कर,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
॥ भारत माता की जय ॥